दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ मोहिः संभ्रान्तः स्थित्वा शान्तिं न प्राप्नोत्। जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।। Your browser isn’t supported any https://edgargbbyv.cosmicwiki.com/956267/considerations_to_know_about_shiv_chalisa_lyrics_in_punjabi